Nepal Earthquake : नेपाल में शुक्रवार रात करीब 11:30 बजे तेज भूकंप आया। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.4 मापी गई। अब तक 130 से ज्यादा लोग मारे गए हैं और 140 घायल हुए हैं और बचाव कार्य जारी है। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भूकंप से हुए जान-माल के नुकसान पर दुख जताया। उन्होंने यह भी कहा कि भारत हमेशा नेपाल के लोगों के साथ खड़ा है। नेपाल के राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अधिकारियों के मुताबिक, भूकंप रात 11:47 बजे आया, जिसका केंद्र जयकोट के नीचे 10 किलोमीटर की गहराई में स्थित था। भूकंप का असर भारत और चीन में भी महसूस किया गया, जो करीब 40 सेकेंड तक भारत में कई जगहों पर महसूस किया गया. सरकारी नेपाल टेलीविजन ने बताया कि पश्चिमी नेपाल के जयकोट और रुकुम जिले भूकंप से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए। भूकंप से कई घर क्षतिग्रस्त हो गए और मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
Nepal Earthquake : काठमांडू समेत कई जगहों पर डरे हुए लोग सड़कों पर दिखे।
नेपाल की राजधानी काठमांडू और आसपास के इलाकों में जोरदार भूकंप आया। जजरकोट काठमांडू से लगभग 500 किलोमीटर पश्चिम में स्थित है। भूकंप आते ही काठमांडू में लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए। इस दौरान जब लोग सड़कों पर नजर आए तो लोग डर गए। नेपाल में बार-बार भूकंप क्यों आते हैं? नेपाल एक प्रमुख भूवैज्ञानिक भ्रंश रेखा पर स्थित है, जहां भारतीय प्लेट हिमालय बनाने के लिए यूरेशियन प्लेट में धकेलती है, इसलिए यहां भूकंप आम हैं। दरअसल, नेपाल इंडियन प्लेट और तिब्बती प्लेट के बीच स्थित है। ये टेक्टोनिक प्लेटें हर 100 साल में दो मीटर खिसक जाती हैं, जिससे पृथ्वी पर तनाव और भूकंप पैदा होते हैं। नेपाल सरकार आपदा आकलन रिपोर्ट (पीडीएनए) के अनुसार, नेपाल दुनिया का 11वां भूकंप-प्रवण देश है।
इस साल अब तक भारत में 32 भूकंप आ चुके हैं। साल की शुरुआत भूकंप से हुई. नए साल के दिन दिल्ली और आसपास के इलाकों में भूकंप का झटका महसूस किया गया। भूकंप की तीव्रता 3.8 आंकी गई है. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, हरियाणा के झज्जर में 3.8 तीव्रता का भूकंप आया और इसे दिल्ली और आसपास के इलाकों में महसूस किया गया। इस साल फरवरी में छह भूकंप तक महसूस किए गए।
आइए एक नजर डालते हैं इस साल आए भूकंपों की संख्या और स्थानों पर
- भारत के पड़ोसी राज्य नेपाल में 3 नवंबर रात आई 6.4 तीव्रता के भूकंप ने भारी तबाही मचाई है।
- दिल्ली एनसीआर में 15 अक्टूबर, रविवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए। दिल्ली, गुरुग्राम और नोएडा सहित कई हिस्सों में लोगों ने महसूस किया। इस भूकंप का केंद्र हरियाणा के फरीदाबाद के पास था। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 3.1 बताई गई थी.
- उत्तराखंड (Uttarakhand) के उत्तरकाशी के पास 5 अक्टूबर को 3.2 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए। भारत के राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, भूकंप का केंद्र भारत के उत्तराखंड के उत्तरकाशी से 33 किमी उत्तर-उत्तर पश्चिम (एनएनडब्ल्यू) में था। भूकंप भारतीय समयानुसार सुबह 3:49 बजे सतह से 5 किमी की गहराई पर आया था।
- दिल्ली-NCR समेत उत्तर भारत के कई हिस्सों में मंगलवार, 3 अक्टूबर को भूकंप के देर तक झटके महसूस किए गए। दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, जयपुर समेत उत्तर भारत के अलग-अलग इलाकों में भूकंप के कई झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.2 मापी गई। वहीं, इसके कुछ देर बाद दूसरा झटका भी महसूस किया गया।
- असम और मेघालय में 2 अक्टूबर सोमवार शाम को भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.2 मापी गई। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, भूकंप का केंद्र मेघालय के नार्थ गारो हिल्स में 10 किलोमीटर की गहराई में था। असम और मेघालय के अलावा त्रिपुरा में भी भूंकप के झटके महसूस किए गए थे।
- अंडमान सागर में 12 सितंबर को भूकंप के झटके महसूस किए गए।रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.4 रही।
- बंगाल की खाड़ी में 11 सितंबर को 4.4 तीव्रता का भूकंप आया। इसकी गहराई 70 किमी दर्ज की गई।
- मेघालय के चेरापूंजी के पास 14 अगस्त को 5.4 तीव्रता वाले भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए।
- देश के कई इलाकों में शनिवार, 5 अगस्त को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। तीव्रता 5.8 भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के हिंदू कुश में था।
- अंडमान निकोबार द्वीप समूह 29जुलाई को भूकंप के झटकों से दहला. रिक्टर स्केल पर इसकी 5.9 तीव्रता आंकी गई।
- राजस्थान के जयपुर में शुक्रवार, 21 जुलाई की सुबह लोग भूकंप के झटकों से जगे। 16 मिनट के भीतर आए तीन झटकों से लोग सहम गए और डर कर घर से बाहर भागे।नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) ने बताया कि 3.4 तीव्रता का भूकंप सुबह लगभग 4.25 बजे आया. एनसीएस के मुताबिक, ये 10 किलोमीटर की गहराई पर हुआ।
- जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में 17 जून को भूकंप के झटके महसूस किए गए।
- जम्मू क्षेत्र में 14 जून को एक ही दिन में भूकंप के 4 झटके आए। इसकी तीव्रता 5.4 थी, जिस वहज से प्रशासन ने स्कूल-कॉलेजों को बंद करने का आदेश दिया था।
- जम्मू-कश्मीर में 13 जून को भी 5.4 तीव्रता का भूकंप आया था। पूरे उत्तर भारत में भी झटके महसूस हुए।
- अंडमान निकोबार द्वीप में Diglipur के निकट 5 जून को रिक्टर पैमाने पर 3.9 तीव्रता वाले भूकंप के झटके महसूस किए गए।
- असम, मेघालय, उत्तराखंड में 29 मई को भूकंप के तेज झटके महसूस किये गए हैं। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, सोमवार सुबह तेजपुर के निकट रिक्टर पैमाने पर 4.4 तीव्रता वाले भूकंप के झटके महसूस किए गए।
- भारत के नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, 28 मई, रविवार सुबह अफगानिस्तान के फैजाबाद के पास 5.2 तीव्रता का भूकंप आया. अफगानिस्तान में आए भूकंप के कारण दिल्ली समेत उत्तर भारत में भी झटके महसूस हुए।
- जम्मू-कश्मीर में 30 अप्रैल को श्रीनगर के निकट रिक्टर पैमाने पर 4.1 तीव्रता वाले भूकंप के झटके महसूस किए गए।
19. असम के गुवाहाटी में 17 अप्रैल को 3.7 तीव्रता वाले भूकंप के झटके महसूस किए गए।
- बिहार से लेकर पश्चिम बंगाल में 12 अप्रैल भूकंप के झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.3 दर्ज हुई।
- Arunachal Pradesh में Changlang के निकट 24 मार्च को रिक्टर पैमाने पर 4.2 तीव्रता वाले भूकंप के झटके महसूस किए गए थे ।
- दिल्ली-NCR समेत पूरे उत्तर भारत में 22 मार्ट को भूकंप के झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.6 आंकी गई। भूकंप का केंद्र हिंदू कुश की पहाड़ियों में बताया जा रहा है।
- मणिपुर में 28 फरवरी को बिष्णुपुर के निकट भूकंप के झटके महसूस किए गए.
- Sikkim में Yuksom के निकट 13 फरवरी को रिक्टर पैमाने पर 4.3 तीव्रता वाले भूकंप के झटके महसूस किए गए.
- असम के कुछ हिस्सों में 12 फरवरी को भूकंप आया था।
- तेलंगाना के निजामाबाद में 5 फरवरी को 3.1 तीव्रता का भूकंप आया था। हालांकि, इसमें जान-माल का नुकसान नहीं हुआ था।
- गुजरात के अमरेली में 4 फरवरी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। रिएक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.2 मापी गई।
- हरियाणा के कुरुक्षेत्र के निकट 3 फरवरी को रिक्टर पैमाने पर 3.2 तीव्रता वाले भूकंप के झटके महसूस किए गए।
- गुजरात के कच्छ में 30 जनवरी को भकूंप के झटके महसूस किए गए। आईएसआर ने कहा कि इससे पहले, सुबह पांच बजकर 18 मिनट पर 3.2 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए थे, जिसका केंद्र जिले में खावड़ा गांव से 23 किलोमीटर पूर्व-दक्षिणपूर्व में था।
- दिल्ली-NCR में 24 जनवरी को भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र पश्चिम नेपाल में बताया जा रहा है, रिएक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.8 मापी गई।
- हिमाचल प्रदेश में 14 जनवरी को 3.2 तीव्रता का भूकंप आया था।
- अफगानिस्तान में 6 जनवरी को 5.9 तीव्रता का भूकंप आया था। दिल्ली-NCR में भी झटके महसूस हुए थे. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.9 बताई गई थी।
- नए साल के पहले दिन दिल्ली और आसपास के इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता 3.8 आंकी गई है। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने कहा कि दिल्ली और आसपास के इलाकों में झटके के साथ हरियाणा के झज्जर में 3.8 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया।