Swami Vivekanand Jayanti2024 : जितना बड़ा संघर्ष होगा जीत उतनी ही शानदार होगी

LEKH RAJ
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Swami Vivekanand Jayanti 2024  :आज Swami Vivekanand की 161वीं जयंती है। वो समाज के सुधार के लिए शिक्षा की शक्ति में विश्वास रखते  थे और चरित्र-निर्माण और मूल्य-आधारित शिक्षा  पर जोर देते थे। अपने भाषणों और लेखों के माध्यम से उन्होंने अनगिनत लोगों को प्रेरणा दी और भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहचान को दुनिया भर में पहुंचाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनका कहना था की  जितना बड़ा संघर्ष होगा जीत उतनी ही शानदार होगी आपके ऊपर है की कितना संघर्ष कर पते हो । हर साल 12 जनवरी को Swami Vivekanand के रूप में Internation Youth Day भी मनाया जाता है। Swami Vivekananda Jayanti सिर्फ स्मरण का दिन नहीं बल्कि युवाओं के सक्रिय रहने का दिन है।  उनके दिखाए रास्ते पर चलकर हर युवा सफलता प्राप्त कर सकता है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नासिक में 27वीं राष्ट्रीय युवा बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। अपने भाषण में पीएम ने कहा, ”हमने भारत को पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के साथ दुनिया की तीसरी आर्थिक शक्ति बनाने का लक्ष्य रखा है ।

Swami Vivekanand Jayanti 2024

Swami Vivekanand Jayanti 2024 : Swami Vivekanand हमेशा से युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत रहे है । उनके बताए विचारों को अपनाकर जीवन को सरल और सफल बनाने में मदद मिल सकती है। इसी कारण विवेकानंद जी की जयंती को युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। Swami Vivekanand का पूरा जीवन सीख लेने योग्य है। 25 वर्ष की आयु में सांसारिक मोह माया का   त्याग कर वह संन्यासी बन गए और फिर उन्होंने  गुरु रामकृष्ण परमहंस को समर्पित रामकृष्ण मिशन की स्थापना की।  उनका जन्म 12 जनवरी 1863 को कलकत्ता के एक कुलीन बंगाली परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम विश्वनाथ दत्त और माता का नाम भुवनेश्वरी देवी था। स्वामी जी के बचपन का नाम नरेंद्र नाथ दत्त था। उनके गुरु रामकृष्ण परमहंस थे। स्वामी जी ने करीब 30 साल की उम्र में शिकागो में ऐतिहासिक भाषण दिया था, इसके बाद दुनियाभर में स्वामी जी का नाम प्रसिद्ध हो गया था। इसके बाद स्वामी जी ने कई देशों की यात्राएं कीं, रामकृष्ण मिशन की स्थापना की। स्वामी विवकानंद को दमा और शुगर दोनों बीमारिया थी जिनकी वजह से उन्होंने 39 साल की उम्र में ही दम तोड़ दिया था ।उनकी मृत्यु 4 जुलाई 1902 को हुई थी। उन्होंने बहुत लम्बा जीवन तो  नहीं जिया लेकिन अपने छोटे से जीवन कल में इतना कुछ कर गए जो आज भी युवाओ को प्रेरणा देता है और उनकी कीर्ति युगों-युगों तक जीवंत रहेगी । भारत सरकार ने 1984 में आधिकारिक तौर पर उनके जनम दिवस को  राष्ट्रीय युवा दिवस घोषित किया और 1985 से युवाओं को स्वामी विवेकानन्द की शिक्षाओं और दर्शन से प्रेरित करने के लिए राष्ट्रीय युवा दिवस देश भर में मनाया जाता है। इस दिन पूरे देश के स्कूल और कॉलेज में स्वामी विवेकानन्द पर भाषण, पाठ, संगीत, गीत, सम्मेलन, योग आसन, निबंध-लेखन प्रतियोगिताएं, सेमिनार, खेल और अन्य महत्वपूर्ण कार्य आयोजित किए जाते हैं।

Swami Vivekanand Jayanti 2024 : शिकागो में दिए वेदांत और अध्याम पर उपदेश

अमेरिका के शिकागो में आयोजित होने वाले विश्व धर्म महासभा के बारे में जैसे ही  Swami Vivekanand को पता चला तो, उन्होंने वहां जाने की ठान ली  काफी  प्रयासों के बाद विवेकानंद विश्व धर्म सम्मेलन में पहुंचे और ऐसा भाषण दिया, जो  ऐतिहासिक बन गया। शिकागो में Swami Vivekanand ने वेदांत, धर्म और अध्यात्म के सिद्धांतों के बारे में उपदेश दिए । स्वामी विवेकानंद ने अपना भाषण अमरीका के भाइयो और बहनो सम्बोधन से शुरू किया था और उस दिन न केवल भारतीय संस्कृति को दुनिया भर में पहचान मिली बल्कि भौगोलिक सीमाओं को भी पार कर उनके संदेश की सार्वभौमिकता पर जोर दिया।

 

Swami Vivekanand Jayanti 2024 :स्वामी विवेकानन्द के द्वारा कही गयी बातें  जो आज भी युवाओ के लिए प्रेरणा का स्रोत है :-

“असली जिंदगी वही जीते हैं, जो दूसरों के लिए जीते हैं।’

“उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए।”

“सबसे बड़ा धर्म अपने स्वभाव के प्रति सच्चा होना है। अपने आप पर विश्वास रखें।”

“दुनिया का सारा ज्ञान आपको लेना है। तुम्हें बस उस तक पहुंचना है और उसे पकड़ना है।”

“ज्ञान केवल एक ही तरीके से प्राप्त किया जा सकता है, अनुभव के तरीके से; जानने का कोई अन्य तरीका नहीं है।”

“दिल और दिमाग के बीच संघर्ष में, अपने दिल की सुनें।”

“दुनिया एक महान व्यायामशाला है जहाँ हम खुद को मजबूत बनाने के लिए आते हैं।”

“स्वतंत्र होने का साहस करें, जहां तक ​​आपके विचार जाते हैं वहां तक ​​जाने का साहस करें और उसे अपने जीवन में लागू करने का साहस करें।”

“जिस दिन आपके सामने कोई समस्या न आए – आप निश्चिंत हो सकते हैं कि आप गलत रास्ते पर यात्रा कर रहे हैं।”

“दुनिया एक महान व्यायामशाला है जहाँ हम खुद को मजबूत बनाने के लिए आते हैं।”

“एक समय में एक ही काम करो और ऐसा करते समय बाकी सब को छोड़कर अपनी पूरी आत्मा उसमें लगा दो।”

“अतीत से भविष्य का निर्माण होता है। … हमारे पूर्वज महान थे। हमें सबसे पहले यह याद रखना चाहिए… हमें एक ऐसे भारत का निर्माण करना चाहिए जो पहले से कहीं अधिक महान था।”

स्वामी विवेकानन्द जयंती के शुभ अवसर पर आइए हम उनकी शिक्षाओं से प्रेरणा लें और जीवन में बेहतर करने की शपथ लें।

स्वामी विवेकानंद जयंती की हार्दिक शुभकामनाये 

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