International Nurses Day 2024 : आज 12 मई को अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस है, जो हर साल फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जन्म की सालगिरह पर मनाया जाता है। इंटरनेशनल नर्स डे नर्सों के द्वारा किए जाने वाले बेहतरीन काम का जश्न मनाने का दिन माना जाता है। जब भी कभी कोई व्यक्ति असप्ताल में एडमिट होता है, तो उनकी सबसे ज्यादा सेवा वहां एक नर्स करती हैं और हर मरीज के लिए जी-जान लगा देती हैं।
International Nurses Day 2024 : 12 मई को ऐसी ही नर्सेस के शानदार और इंसानियत भरे काम को सेलिब्रेट करने के लिए पुरे विश्व नर्स डे मनाया जाता है। नर्स मरीजों को दवाएं देने से लेकर उनकी देखभाल करने में अहम भूमिका निभाती हैं। खासतौर पर कोविड-19 महामारी के दौरान जब करोड़ों की तादाद में लोग हॉस्पिटल्स में थे, तब डॉक्टर्स के साथ नर्सों ने भी अपनी जान की परवाह किए बिना लोगों की जान बचाई थी। उन्होंने दिन-रात काम किया, रोगियों की जान बचाने के लिए अपना जीवन दांव पर लगा दिया।
International Nurses Day 2024 : अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस का इतिहास
फ़्लोरेन्स नाइटिंगेल (Florence Nightingale) को आधुनिक नर्सिग आन्दोलन का जन्मदाता माना जाता है। दया व सेवा की मूर्ति मानी जाने वाली फ्लोरेंस नाइटिंगेल “द लेडी विद द लैंप” (दीपक वाली महिला) के नाम से प्रसिद्ध हैं। इनका जन्म एक समृद्ध और उच्चवर्गीय ब्रिटिश परिवार में हुआ था। लेकिन उच्च कुल में जन्मी फ्लोरेंस ने सेवा का मार्ग चुना और उन्होंने चिकित्सा सुविधाओं को सुधारने बनाने का कार्यक्रम आरंभ किया था। नाइटिंगेल ने क्रीमिया युद्ध के दौरान जिस तरह से काम किया था, उसकी मिसाल आज भी दी जाती है। जब चिकित्सक चले जाते तब वह रात के गहन अंधेरे में मोमबत्ती जलाकर घायलों की सेवा के लिए उपस्थित हो जाती। पहले कभी भी बीमार घायलो के उपचार पर ध्यान नहीं दिया जाता था किन्तु इस महिला ने तस्वीर को सदा के लिये बदल दिया। वे रात-रात भर जाग कर एक लालटेन के सहारे इन घायलों की सेवा करती रही उनके इलाज की वजह से सैकड़ो सैनिक फिर से ठीक हुए। अपने इस अद्भूत सेवा कार्य के वजह से फ्लोरेंस नाइटिंगेल ने ‘नर्सिंग’ में महिलाओं के लिए एक नए रास्ता बनाया। उन्हें मॉर्डन नर्सिंग की जन्मदात्ता भी माना जाता है। उनकी प्रेरणा से ही नर्सिंग क्षेत्र में महिलाओं को आने की प्रेरणा मिली थी।
International Nurses Day 2024 : फ़्लोरेन्स नाइटिंगेल (Florence Nightingale) के बारे में
विख्यात नाइटिंगेल का जन्म 203 वर्ष पहले 12 मई 1820 को इटली के फ्लोरेंस शहर में हुआ था। १८६९ में उन्हें महारानी विक्टोरिया ने रॉयल रेड क्रॉस से सम्मानित किया। ९० वर्ष की आयु में १३ अगस्त, १९१० को उनका निधन हो गया। जिनकी आज हम 204वीं जयंती मना रहे हैं। भारत सरकार द्वारा वर्ष 1973 में नर्सों द्वारा किए गए अनुकरणीय कार्यों को सम्मानित करने के लिए उन्हीं के नाम से ‘फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार’ की भी स्थापना की गई थी, जो प्रतिवर्ष अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस के अवसर पर प्रदान किए जाते हैं।ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे दुनिया के कुछ देशों में, अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस एक सप्ताह तक चलने वाले उत्सव का हिस्सा है जो 12 मई को समाप्त होता है। इस उत्सव को अक्सर राष्ट्रीय नर्स सप्ताह के रूप में जाना जाता है।
International Nurses Day 2024 : भारत में नर्सिंग कोर्सेज
भारत में कई Nursing कोर्सेज उपलब्ध हैं जो विभिन्न एजुकेशनल बैकग्राउंड और करियर की आकांक्षाओं को पूरा करते हैं। जिनमें B.Sc नर्सिंग, GNM, ANM, मिडवाइफरी और अन्य पाठ्यक्रम शामिल हैं। बीएससी नर्सिंग चार साल की ग्रेजुएशन डिग्री है। कार्यक्रम में एनाटॉमी, फिजियोलॉजी, फार्माकोलॉजी और नर्सिंग मैनेजमेंट सहित विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है। बी.एससी नर्सिंग के लिए योग्यता- साइंस विषयों में न्यूनतम 45% अंकों के साथ 12वीं पास होना होगा। देश में विभिन्न नर्सिंग कॉलेजों और विश्वविद्यालयों द्वारा यह कार्यक्रम पेश किया जाता है। B.Sc Nursing Admission के लिए कई यूनिवर्सिटी और स्टेट लेवल एंट्रेंस एग्जाम होते हैं। कुछ सामान्य प्रवेश परीक्षाओं में AIIMS नर्सिंग एंट्रेंस एग्जाम, NEET (UG) शामिल हैं।