अब देश को मिलेगी एक और सौगात यशोभूमि -YashoBhoomi 17 सितम्बर को Narendra Modi कर सकते है उद्घाटन

LEKH RAJ
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भारत मंडपम  के बाद उससे से भी बड़ा विश्वस्तरीय कन्वेंशन सेंटर ‘यशोभूमि’YashoBhoomi बनकर तैयार हो  गया है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 सितंबर 2023 को अपने जन्म दिन पर दिल्ली   में  ‘YashoBhoomi’ यशोभूमि का उद्घाटन कर सकते है  । जिससे  दिल्ली ने विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे की दिशा में अपनी यात्रा में एक और मील का पत्थर हासिल कर लेगा । YashoBhoomiकेंद्र, हाल ही में पूर्ण हुए भारत मंडपम  से भी बड़ा एक सम्मेलन केंद्र है जो  राजधानी द्वारका के प्रगति मैदान में बन कर तैयार है ।  ‘YashoBhoomi’ एक सुंदर स्थल है जो देश में विश्व स्तरीय  सम्मेलनों,  और अन्य प्रदर्शनियों की मेजबानी के लिए बनाया गया है ।  8.9 लाख   वर्ग मीटर से अधिक के कुल क्षेत्रफल और 1.8 लाख  वर्ग मीटर से अधिक के कुल निर्मित क्षेत्र के साथ, यशभूमि परियोजना दुनिया की सबसे बड़ी एमआईसीई (बैठकें, प्रोत्साहन, सम्मेलन और प्रदर्शनियां)  के लिए उपलब्ध है। सम्मेलन केंद्र का निर्माण क्षेत्र 73 हजार  वर्ग मीटर से अधिक है, जिसमें मुख्य सभागार, भव्य बॉलरूम और 13 सम्मेलन कक्ष सहित 15 सम्मेलन कक्ष शामिल हैं, जिनकी कुल क्षमता 11,000 प्रतिनिधियों की है। मुख्य सभागार सम्मेलन केंद्र का पूरा हॉल है और इसमें लगभग 6,000 मेहमान एक साथ बैठ सकते हैं। इसके सभागार में नवीनतम स्वचालित बैठने की व्यवस्था है। खास बात यह है कि सभागार में लकड़ी का फर्श और संगीत की दीवार आगंतुकों को विश्व स्तरीय अनुभव प्रदान करेगी।  इसमें 500 लोगों के  एक साथ बैठने की जगह वाला एक विस्तारित खुला क्षेत्र भी है। आठ मंजिलों में फैले 13 बैठक कक्ष विभिन्न प्रकार की राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय बैठकों की मेजबानी कर सकते हैं। यशोभूमि दुनिया के सबसे बड़े प्रदर्शनी हॉलों में से एक है। इन प्रदर्शनी हॉलों का निर्माण क्षेत्र 1.07 लाख  वर्ग मीटर से अधिक है  और इसका उपयोग प्रदर्शनियों, व्यापार मेलों और व्यावसायिक गतिविधियों के आयोजन के लिए किया जाएगा। इसमें मीडिया रूम, वीवीआईपी लाउंज, केप सुविधाएं, आगंतुक सूचना केंद्र, टिकटिंग आदि जैसे विभिन्न सहायता क्षेत्र होंगे।

अब देश को मिलेगी एक और सौगात यशोभूमि -YashoBhoomi 17 सितम्बर को Narendra Modi कर सकते है उद्घाटन

इसी दिन पीएम मोदी द्वारका सेक्टर 25 में नए मेट्रो स्टेशन का उद्घाटन भी करेंगे जिससे यशोभूमि दिल्ली एयरपोर्ट मेट्रो एक्सप्रेस लाइन से भी जुड़ जाएगी ।

 

जानिए मंडपम के बारे में 

दिल्ली के प्रगति मैदान में  भारत मंडपम कई एकड़ में फैला हुआ है और इसकी खूबसूरती जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान देशभर के लोगों ने देखी। भारत मंडपम के वास्तुकार एआरसीओपी एसोसिएट्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक संजय सिंह हैं। ARCOP को एडास सिंगापुर के साथ साझेदारी में तैयार किया गया। यह प्रोजेक्ट 2016 में शुरू हुआ था और  2023 में बनकर तैयार हो गया  । इसे 2,700 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया।

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“भारत मंडपम” में क्या सुविधाएं उपलब्ध हैं

“भारत मंडपम” भी अपने आप में काफी अनोखा है। इसका आकार शंख जैसा है और यह 123 एकड़ क्षेत्र में फैला है, जो 26 फुटबॉल मैदानों के बराबर है। इसमें 24 सम्मेलन कक्ष, 27 हॉल और एक बहुउद्देश्यीय हॉल है जिसमें 4,000 लोग बैठ सकते हैं । पूर्ण सम्मेलन हॉल में 3,000 लोग बैठ सकते हैं, इसके  एम्फीथिएटर में  एक ही समय में 4,000 लोग बैठ सकते है  दो सभागारों मई  एक ही समय में 600 और 900 लोग बैठ सकते हैं और 5500 वाहन पार्क किये जा  सकते हैं। भारत मंडपम का डिज़ाइन  अंडाकार आकार में रखा गया है। इसमें  प्रथम तल पर प्रधानमंत्री के बैठने की व्यवस्था है  बाहर से देखने पर यह घुमावदार दिखता है। इसकी ऊंचाई 35 मीटर है भारत मंडपम का डिज़ाइन  अंडाकार आकार में रखा गया है।  प्रधानमंत्री के लाउंज, द्विपक्षीय लाउंज और सम्मेलन कक्ष बनाए गए हैं। सम्मेलन कक्ष में 600 लोग बैठ सकते हैं। यहां अन्य सम्मेलन कक्ष भी हैं जिनमें 50 और 100 लोग बैठ सकते हैं। चौथी मंजिल से आप भारत के राष्ट्रपति भवन और संसद भवन को देख सकते हैं चौथी मंजिल को दिल्ली विंडो के नाम से जाना जाता है। इस मंजिल से इंडिया गेट, राष्ट्रपति भवन के सभी गुंबद और कर्तव्य पथ देखा जा सकता है।  यहां एक समय में दस हजार लोगों के लिए भोजन तैयार किया जा सकता है। लगाया गए झूमर चेक गणराज्य से और कालीन बड़ोई(up) से आयात किए गए है । भारत मंडपम के वास्तुकार एआरसीओपी एसोसिएट्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक संजय सिंह हैं। ARCOP को एडास सिंगापुर के साथ साझेदारी में तैयार किया गया।  ‘ भारत मंडपम’ को सजाने के लिए हर राज्य की कलाकृतियों का उपयोग किया गया है। जिस पर 15 करोड़ रुपये खर्च हुए ।

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