World Diabetes Day 2023 :
मधुमेह और इसकी जटिलताओं के प्रभाव के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रतिवर्ष 14 नवंबर को विश्व मधुमेह दिवस मनाया जाता है।World Diabetes Day की शुरुआत 1991 में अंतर्राष्ट्रीय मधुमेह फाउंडेशन (IDF) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के द्वारा इस बीमारी से पैदा होने वाले स्वास्थ्य खतरे के बारे में बढ़ती चिंताओं को लेकर की गई थी। इस दिन लोगों को इस खतरनाक बीमारी के बारे में जागरुक किया जाता है।विश्व मधुमेह दिवस को 2006 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा इस आशय के एक प्रस्ताव के पारित होने के साथ आधिकारिक तौर पर मान्यता दी गई थी।
मधुमेह की बीमारी को डायबिटीज और शुगर भी कहा जाता है। ये बीमारी अनुवाशिंक भी होती है और मुख्य रूप से खराब जीवनशैली के कारण भी होती है। मधुमेह के मरीजों को अपने खाने-पीने का विशेष ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि मधुमेह के मरीज का ब्लड शुगर लेवल का ना तो सामान्य से अधिक होना ठीक रहता है और ना ही सामान्य से कम होना ठीक रहता है। ऐसे में इसकी जांच कर लेवल का पता लगाते रहना चाहिए । अगर मधुमेह का लेवल बहुत ज्यादा बढ़ जाए या फिर बहुत ज्यादा कम हो जाए, तो दोनों ही स्थिति में मरीज की सेहत पर खतरा मंडराता है। ये दोनों ही स्थितियां जानलेवा मानी जाती हैं।
डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो दुनियाभर में तेजी से फैल रही है यह एक ऐसी बीमारी है जो जीवनभर पीछा नहीं छोड़ती है जो शरीर को खोखला बना देती है समय के साथ, मधुमेह से पीड़ित लोगों में कई अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है।और ये किसी भी उम्र के लोगों को प्रभावित करती है बच्चों से लेकर किशोरों, वयस्कों से लेकर वरिष्ठ नागरिकों तक हर उम्र के लोग इस बीमारी के शिकार हैं। भारत में इसकी स्थिति काफी चिंताजनक है । कुछ समय पहले डायबिटीज को लेकर एक स्टडी सामने आयी थी, कि डायबिटीज के मरीजों के मामले में भारत का दूसरा स्थान है। जिसमें बताया गया था कि भारत में 10.1 करोड़ लोग डायबिटीज के मरीज है और पिछले चार सालों में ही डायबिटीज के मामलों में 44% की बढ़ोतरी हुई है। रिपोर्ट्स की मानें तो दुनिया भर में 10 में से 1 युवा मधुमेह यानि डायबिटीज का शिकार है 90% से अधिक लोगों को टाइप 2 डायबिटीज है, जबकि आधे से ज्यादा लोगों को डायबिटीज के बारे में पता ही नहीं है।विश्व मधुमेह दिवस पर पूरी दुनिया में जागरूकता बढ़ाने का काम किया जाता है। डायबिटीज के जोखिम और रोकथाम, समय पर पहचान और इलाज के बारे में लोगों को जागरुक किया जाता है। कुछ मामलों में, हेल्दी खानपान और अनुशासित आदतों को अपनाने से टाइप-2 मधुमेह एवं इसकी जटिलताओं पर नियंत्रण रखा जा सकता है।
World Diabetes Day 2023 : डायबिटीज क्या है?
कई बार लोगो में भ्रान्ति होती है की डायबिटीज का मीठा खाने से कुछ संबंध है लेकिन हकीकत ये है की डायबिटीज का मीठा खाने से कोई संबंध नहीं है। कई लोग जो रोज मीठा खाते हैं उन्हें भी डायबिटीज नहीं होती, जबकि कई डायबिटीज मरीज ऐसे भी हैं जो मीठा बिल्कुल नहीं खाते। दरअसल, डायबिटीज होने का कारण इन्सुलिन की कमी या इन्सुलिन रेजिस्टेंस है, मीठा खाना नहीं। लेकिन इसका ये मतलब कतई नहीं है कि डायबिटीज होने के बाद भी शुगर खाना उसी मात्रा में बरकरार रखा जाए। डायबिटीज के मरीज मिठाई डॉक्टर की सलाह से खा सकते हैं। इसके साथ ही मिठास के लिए शक्कर की जगह एस्पार्टेम (कम कैलोरी वाला स्वीटनर) का उपयोग करना इनके लिए फायदेमंद है। जब शरीर के पैन्क्रियाज में इन्सुलिन की कमी हो जाती है, मतलब कम मात्रा में इन्सुलिन पहुंचता है, तो खून में ग्लूकोज की मात्रा भी ज्यादा हो जाती है। इसी स्थिति को डायबिटीज कहते हैं। इन्सुलिन की बात करें, तो यह एक तरह का हार्मोन होता है। जो शरीर के भीतर पाचन ग्रंथि से बनता है। इसका काम भोजन को ऊर्जा में बदलना होता है। ऐसे में इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि मधुमेह के मरीज कब और क्या खा रहे हैं। इससे ब्लड शुगर का लेवल नियंत्रित रहता है। इसके लिए डॉक्टर दवाएं देते हैं और कई घरेलू नुस्खे भी हैं, जिनकी मदद से मधूमेह को नियंत्रण में रखा जा सकता है।
World Diabetes Day 2023 : क्या है वर्ल्ड डायबिटीज डे का इतिहास
डायबिटीज नियंत्रक दवा इंसुलिन की खोज 1992 में सर फ्रेडरिक बैंटिंग और चार्ल्स बेस्ट ने की थी। 14 नवंबर को सर फ्रेडरिक बैंटिंग का जन्मदिन है। इसी संदर्भ में इंसुलिन की खोज में सर फ्रेडरिक बैंटिंग की उपलब्धि को याद करने के लिए लोगों ने उनके जन्मदिन के अवसर पर मधुमेह दिवस मनाना शुरू किया।
World Diabetes Day 2023 : मधुमेह दिवस का महत्व
इस दिन को मनाने का उद्देश्य मधुमेह के बारे में जागरूकता पैदा करना और लोगों को इसके लक्षणों और उपचार के बारे में जागरूक करना है। इसके अलावा, लोगों को यह भी जानना चाहिए कि क्या उनके पास मधुमेह से लड़ने के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं हैं और इस बीमारी से लड़ने के लिए तैयार रहें। इसलिए इस पर रोकथाम, शीघ्र निदान और समय पर उपचार में सहायता के लिए तमाम जोखिमों और गतिविधियों पर नजर रखना महत्वपूर्ण है ।
World Diabetes Day 2023 : डायबिटीज़ के लक्षण
* अधिक भूख एवं प्यास लगना ।
* बार-बार पेशाब आना ।
* हमेशा थका महसूस करना ।
* अचानक वजन बढ़ना तथा घटना ।
* मुंह का बार-बार सुखना ।
* संक्रमण के प्रति शरीर का ज्यादा संवेदनशील होना ।
* आँखों के सामने धुंधला सा दिखना ।
* शरीर पर किसी भी तरह के घाव लगने पर जल्दी से उसका न भरना ।
* छोटे-मोटे घाव का शीघ्र पकना ।
World Diabetes Day 2023 : मधुमेह को नियंत्रित करने के सामान्य उपाय
* चीनी और रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट के सेवन से बचें ।
* एक समय में भोजन का थोड़ा-थोड़ा हिस्सा खाने का अभ्यास करें ।
* खाने में ऐसे फाइबर और भोजन शामिल करें, जिनमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम हो।
* धूम्रपान की आदत है तो इसे तत्काल छोड़ दें, ये इंसुलिन प्रतिरोध को बढ़ावा देता है ।
* दिन में कम से कम 30 मिनट नियमित व्यायाम एवम योग करने की आदत बनाएं ।
* अपने रक्त कोलेस्ट्रॉल के लेबल पर रेगुलर नजर रखें। जाने लें कि (आदर्श स्तर 200 से नीचे होता है)
* कोल्ड ड्रिंक और अतिरिक्त चीनी वाले पेय पदार्थों के सेवन से बचें, जो टाइप-2 मधुमेह के जोखिम को बढ़ा सकते हैं।
आज की लापरवाही कल घातक साबित हो सकती हैं इसलिए सजग रहना भी जरुरी है